ज़ीरो माइल अयोध्या
ज़ीरो माइल एक ऐसी सीरीज़ है, जो हमारे चिर-परिचित शहरों को एक नयी नज़र से देखती है। सीरीज़ की किताबें ऐसे जाने-माने लेखकों ने लिखी हैं, जो उस शहर से गहरा लगाव रखते हैं, लेकिन शहर के विभिन्न पहलुओं का तटस्थ होकर विश्लेषण भी करते हैं।
यह किताब एक तरफ़ अयोध्या के मंदिरों-मठों, घाटों, अखाड़ों, मस्जिदों, महलों, हवेलियों, गलियों से लेकर उसके खानपान, कारोबार तक की चर्चा करती है। दूसरी तरफ़ राजा-रानियों, नवाबों-बेगमों, सिपहसालारों, क्रांतिकारियों, शायरों-अदीबों के साथ साधारण दिखने वाले उन असाधारण लोगों की कहानियां भी कहती है जिन्होंने शहर को एक अलग मिजाज़ और पहचान दी। लेखक ने मज़हब की आड़ में चलने वाले सियासी खेल की पड़ताल भी की है और इसके खिलाड़ियों को बेनक़ाब भी किया है।
अयोध्या राजनीति की महज एक प्रयोगशाला नहीं है बल्कि देश के और शहरों की तरह ही एक शहर है, जहां अलग-अलग वर्गों और समुदायों के लोग मिल-जुलकर रहते हैं, रोज़ी-रोटी के लिए संघर्ष करते हैं और देश-दुनिया में आ रहे बदलावों के साथ हमक़दम होना चाहते हैं।