कार्ल मार्क्स
मार्क्सवाद एक ऐसी विचारधारा है जो सिर्फ दुनिया का विश्लेषण ही नहीं करती बल्कि उसे बदलने के हथियार भी मुहैया कराती है। इसी विचारधारा और दर्शन के जनक थे – कार्ल मार्क्स।
यह किताब कार्ल मार्क्स की जिंदगी को समझने की कुंजी है। सिर्फ राजनीतिक विचारधारा के प्रणेता मार्क्स को समझने की नहीं बल्कि अर्थशास्त्री मार्क्स, साहित्यकार-दार्शनिक, दोस्त-पिता-प्रेमी-पति मार्क्स को भी। शोषणकारी व्यवस्था के खिलाफ श्रमिकों को एकजुट करने वाला कार्ल मार्क्स बना कैसे? भूखों मरने की नौबत आने के बाद भी कैसे वो संघर्ष के मार्ग पर टिका रहा? किस तरह उसने विश्व को क्रांति का एक वैज्ञानिक फलसफा दिया? शरीर कमजोर होता रहा पर उसकी जिजीविषा और इच्छाशक्ति अदम्य रही।
सरल भाषा और मन को छू लेने वाली शैली में यह किताब कार्ल मार्क्स के संघर्षशील और प्रतिबद्ध जीवन को पाठकों के सामने लाती है।
Reviews
कार्ल मार्क्सः जीवन परिचय गागर में सागर भरने का अद्भुत बौद्धिक प्रयास है जो सिर्फ़ शंकरदयाल तिवारी जैसे प्रतिबद्ध कम्युनिस्ट विचारक द्वारा ही किया जा पाना संभव था। यह किताब हिंदी पट्टी के सभी पढ़ने, पढ़ाने वालों और सामाजिक राजनीतिक आंदोलनों के कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए ज़रूरी है मार्क्स को जानने और उनके जटिल आर्थिक विचारों को समझने के लिए।
डॉ. रमेश दीक्षित, शोधावरी, सितंबर 2020