चाँदनी बेगम

9783926350853

Vani Prakashan, 2018

Language: Hindi

310 pages

Price INR 250.00
Book Club Price INR 220.00
INR 250.00
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LWB1506

चाँदनी बेगम - ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित उर्दू की प्रसिद्ध कथाकार क़ुर्रतुलऐन हैदर का यह उपन्यास 'चाँदनी बेगम' कथ्य और शिल्प के स्तर पर दरअसल एक ऐसा प्रतीकात्मक उपन्यास है जिसके कई-कई पहलू हैं; और कथानक के धागे में समर्थ कथाकार ने सबको इस तरह पिरोया है कि किसी को अलग करके नहीं देखा जा सकता। उपन्यास के केन्द्र में है ज़मीन की मिल्क़ियत की जद्दोजहद—यानी लखनऊ की 'रेडरोज़' की कोठी और उसके इर्द-गिर्द रचे-बसे बदलते समाज तथा रिश्तों और चरित्रों की रंगारंग तसवीरें। इन्सानी बेबसी की इतनी जानदार और सच्ची अभिव्यक्ति इस उपन्यास में है कि चरित्रों के साथ पाठक का एक हमदर्द जुड़ाव हो जाता है।भाषा की दृष्टि से भी 'चाँदनी बेगम' बेजोड़ है और कुर्रतुलऐन हैदर ने कहानी और माहौल के हिसाब से इसका बेहद ख़ूबसूरती के साथ इस्तेमाल किया है। समूचे उपन्यास में एक ओर जहाँ आम लोगों की बोलीबानी में पूर्वी और पश्चिमी उर्दू के साथ अवधी, भोजपुरी और पछाँही हिन्दी है; वहीं लखनवी उर्दू की भी छटाएँ हैं। नतीजतन उपन्यास का सारा परिवेश सहज ही अपनी अमिट छाप बनाता है। कहना न होगा कि एक नये अन्दाज़ में लिखे गये इस उपन्यास को पढ़ना हिन्दी पाठकों के लिए एक नया अनुभव देगा।प्रस्तुत है 'चाँदनी बेगम' का यह नया संस्करण।

Qurratulain Hyder

Qurratulain Hyder is a leading writer in Urdu fiction in India. A prose stylist of rare accomplishment, she wrote in both Urdu and English, and her books have been translated into all Indian languages. She was awarded the Bharatiya Jnanpith, India's highest literary award, in 1989. The recipient of a number of other literary awards, she is a Fellow of the Sahitya Akademi, travelled widely and worked as a journalist and broadcaster. Her novel River of Fire (Women Unlimited, 2003), translated by the author from the original Urdu Aag ka Dariya, has achieved epic status in fiction about the subcontinent. My Temples, Too, also translated by Hyder from the original Mere Bhi Sanamkhane, has been published by Women Unlimited in 2004; and Fireflies in the Mist, was translated from the original Akhir-e-Shab ke Humsafar, by Aamer Hussain was published by Women Unlimited in 2008. Her latest title, published by Women Unlimited in 2009, is a collection of short stories, Street Singers of Lucknow and Other Stories, translated by Hyder herself.