भारतीय कार्यपालिका में सामाजिक न्याय का संघर्ष
अनकही कहानी, पी. एस. कृष्णन की जुबानी
978-8194250524
Language: Hindi
446 pages
यह किताब सामाजिक न्याय के विभिन्न आयामों को समझने के लिए एक समग्र दस्तावेज है जिसके जरिए देश के सभी हिस्सों में हुए आंदोलनों, सरकारी पहलों और जन-हस्तक्षेपों की बारीक से बरीक जानकारी संकलित है। फिर चाहे वे दक्षिण के राज्यों में मडिगाओं, इजावाओं व परया के सवाल हों या फिर उत्तर भारत की दलित व पिछड़े वर्ग की तमाम जातियां। यहां तक कि कृष्णन ने घुमंतू और अर्द्धघुमंतू जातियों के हक-अधिकार को लेकर भी अबतक किए गए प्रयासों को सामने रखा है।