Periyar Lalai Singh
Periyar Lalai Singh
जन्म 1 सितम्बर, 1911 ई. को गाँव—कठारा, झींझक, जिला—कानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। पिता—चौधरी गज्जु सिंह लघु-जमींदार थे। आप भूतपूर्व ग्वालियर नेशनल आर्मी में सन् 1933 में स्टेनोटाइपिस्ट-लिपिक पद पर सिपाही के रूप में भर्ती हुए। सन् 1945 में हाई-कमांडर हुए। देश की स्वतंत्रता के लिए 1945 ई. से 1947 ई. तक आन्दोलन किए। जेल गए। ब्रिटिश साम्राज्य विरोध के कारण आप वर्षों जेल में रहे। स्वतंत्रता के लिए जेल में 40 दिनों की लम्बी भूख हड़ताल की। सन् 1948 में स्वतंत्रता के साथ ग्वालियर सेंट्रल जेल से छूटे। आपको ‘उत्तर भारत का पेरियार’ कहा जाता है। आप नास्तिक थे। आप अंग्रेजी, पालि, प्राकृत, तमिल, मराठी, हिन्दी और उर्दू के अध्येता थे। इसमें, आप अंग्रेजी भाषा के विद्वान थे। आपको गणित और ज्यामिति का अद्भुत ज्ञान था। आपका निर्वाण 7 फरवरी, 1993 ई. को हो गया। आप अनन्य अध्येता, ऑर्गेनिक इंटेलेक्चुअल, चिन्तक, लेखक, कवि, नाटककार और आन्दोलनकारी विभूति थे।
- पेरियार ललाई सिंह ग्रंथावलीINR 2,000
मुझे ऐसा लगता है कि वर्णाश्रम धर्म, वर्तमान सत्ताधारी पार्टी क...
Madhuri Bose
Madhuri Bose was born and brought up in Kolkata, the daughter and second child of Amiya Nath and Jyostna Bose, grand-daughter of Sarat Chandra Bose and grand-niece of his younger brother Subha
सुभाष गाताडे
सुभाष गाताडे सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक हैं। उन्होंने सांप्रदायिकता और अ
Gregory Rabassa
N/AMarcel van der Linden
Marcel van der Linden is Research Director at the International Institute of Social History, Amsterdam, The Netherlands.
V. Geetha
V. Geetha writes in Tamil and in English on history, culture and gender. She has co-authored with S.V. Rajadurai, Towards a Non-Brahmin Millennium: From Iyothee Thass to Periyar (Samya, rev. ed. 20