Atul Tiwari
Atul Tiwari
चित्त से नाटककार-नाट्यनिर्देशक, वृत्ति से पटकथा-संवाद लेखक, संयोग से एक संकोची अभिनेता और अनुभूति-संग्रहालयों के समर्थ-सक्षम रचयिता – अतुल तिवारी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, जर्मन नेशनल थियेटर तथा बर्लिनर आंसाम्ब्ल से प्रशिक्षित हैं। उत्तर भारत के शहरों से लेकर दक्षिण भारत के गाँवों और विदेशों में भी इनके किये नाटक चर्चित रहे हैं। उनकी लिखी दर्जनों फिल्में प्रशंसित-पुरस्कृत हुई हैं। फिल्मों में इनके अभिनय ने अपनी अलग छाप छोड़ी है। इनके बनाये अनुभूति-संग्रहालय और अभिव्यक्ति-प्रदर्शन दिल्ली, लखनऊ, गांधीनगर, वाराणसी, करतारपुर, कुरुक्षेत्र, जम्मू, श्रीनगर जैसे कई नगरों में स्थाई रूप से स्थापित हैं।
- जम्बूद्वीपे भरतखंडे महर्षि मार्क्स के हथकंडेINR 150
जब कार्ल मार्क्स को मृत्युलोक से धरती पर कुछ पल बिताने का मौका मिलता है, तो व...
and Leo Panitch
N/AMarcel Mauss
N/ADetlef Kantowsky
N/AHarshvardhan Tripathi
जेएनयू में शोध कार्य। सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर नियमित लेखन।
K. Suneetha Rani
K. Suneetha Rani is Professor, Centre for Women’s Studies, University of Hyderabad. Her areas of interest are Cultural Studies, New Literatures in English, Translation Studies and Dalit Studies. AJeemol Unni
Jeemol Unni is a professor of economics at the Gujarat Institute of Development Research, Ahmedabad, India. Her recent books are Informal Economy Centrestage: New Structures of Employment (2003), c
Sibaji Bandyopadhyay
Sibaji Bandyopadhyay is former professor of cultural studies, Centre for Studies in Social Sciences, Kolkata, and former professor of comparative literature, Jadavpur University, Kolkata.